राज्य स्तरीय रामायण मण्डली प्रतियोगिता में नगरीय निकाय स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित,जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में महापौर ने किया शुभारंभ
राजनांदगांव 10 दिसम्बर। शासन निर्देशानुसार रामायण मण्डलियो को प्रोत्साहित करने राज्य स्तरीय रामायण मण्डली प्रतियोगिता आयोजित करने छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग मंत्रालय रायपुर से प्राप्त दिशा निर्देश एवं जिलाधीश महोदय के निर्देश पर दिनांक 3 व 4 दिसम्बर 2022 को वार्ड स्तरीय रामायण मण्डली प्रतियोगिता आयोजित किया गया, प्रतियोगिता में चयनित रामायण मण्डलियों की मानस प्रस्तुति के लिये नगरीय निकाय स्तर पर आज 10 दिसम्बर को गांधी सभागृह मंे आयोजित प्रतियोगिता का शुभारंभ महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने प्रभु श्री राम एवं छत्तीसगढ महतारी के तैल चित्र पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्जवलित कर पूजा अर्चना कर राज्य गीत के माध्यम से किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता छ.ग. खादी ग्रामोद्योग के सदस्य श्री श्रीकिशन खण्डेलवाल ने की एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में निगम अध्यक्ष श्री हरिनारायण पप्पू धकेता, छ.ग. बाल संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती संगीता गजभिये, छ.ग. सिन्धु अकादमी के सदस्य श्री अशोक पंजवानी, सहित महापौर परिषद के प्रभारी सदस्य एवं चयन समिति के सदस्य श्री संतोष पिल्ले, महापौर परिषद के सदस्य श्री मधुकर वंजारी व सतीश मसीह, पार्षद श्री महेश साहू, नामांकित पार्षद श्री झम्मन देवांगन व श्री प्रभात गुप्ता, पार्षद प्रतिनिधि श्री सचिन टुरहाटे विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, उपायुक्त श्री सुदेश कुमार सिंह, समाज कल्याण अधिकारी श्री भूपेन्द्र वाडेकर, उप अभियंता श्री अनिमेष चंद्राकर, सुश्री सुषमा साहू, सुश्री आयुषी सिंह, सुश्री पिंकी खाती, प्र.कार्यालय अधीक्षक श्री अशोक चौबे, प्र.जनसम्पर्क अधिकारी श्री देवेन्द्र सोनी,प्र.निगम सचिव श्री चंद्रिका प्रसाद सिन्हा ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज नगरीय निकाय स्तर पर आयोजित रामायण प्रतियोगिता में वार्ड स्तरीय आयोजित प्रतियोेगिता में चयनित मण्डली रामचरित मानस पर अपनी प्रस्तुति देगे। इसके लिये मैं उन्हें बधाई देती हूॅ। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन मुश्किल से बहुत पुण्य के बाद अच्छे कर्म करने के लिये मिलता है। श्रीराम न्याय प्रिय तथा आज्ञाकारी राजा थे, जिन्होंने अपने पिता की आज्ञा पर वन को चले गये और समय आने पर रावण जैसे ज्ञानि राजा को दण्डित किया क्योकि उनके कर्म अच्छे नहीं थे। हमे श्री राम के पदचिन्ह पर चल अच्छे कर्मकर अपने जीवन को सफल बनाना है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी ने रामायण प्रतियोगिता के माध्यम से लोगों को धर्म से जोडने का कार्य किया है। इसके माध्यम से वे छत्तीसगढ की जनता को प्रभु श्री राम की भूमिका छत्तीसगढ में क्या थी, यह बताना है। छत्तीसगढ श्री राम का ननिहाल है, उन्होंने लम्बा समय छत्तीसगढ मंे बिताया है। इस सबको हमे अपने बच्चों को बताना है, कि हमारी धर्म और संस्कृति क्या है। अपने कर्तव्यों का निर्वहन कैसे करना है। इन सब बातों को हमारी नई पीढी जाने इसके लिये मुख्यमंत्री जी ने पूरे प्रदेश में रामायण प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया। उन्होंने सभी प्रतिभागी मण्डलियों कोे अच्छा प्रदर्शन कर चयनित होकर जनपद स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में प्रदर्शन करने बधाई दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री श्रीकिशन खण्डेलवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज प्रतियोगिता के दूसरी कडी में नगरीय निकाय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में चयनित मण्डली रामायण की प्रस्तुति देगे। यहा चयनित होकर आगे की प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि आज के इस कलयुग में श्री राम के चरित्र का अनुसरण करना है, तभी हमारा जीवन सफल होगा, यही सोचकर माननीय मुख्यमत्रंी जी ने रामायण प्रतियोगिता आयोजितकरने का निर्णय लिया।
निगम अध्यक्ष श्री धकेता ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय बघेल जी ने छत्तीसगढ की बागडोर समालते ही छत्तीसगढ की कला संस्कृति व खेल को बढावा देकर लोगो मेें इसके प्रति जागरूकता लाये, और इसी कडी में रामायण प्रतियोगिता आयोजित कर जन जन तक रामचरित मानस की कथा को पहुचाने का कार्य किया है। उन्होेंने कहा कि रामायण से जीवन का अद्भुत ज्ञान प्राप्त होता है, हमे श्री राम के संदेशो को आत्मसात करना है, मै सभी मण्डलियों को प्रतियोगिता के लिये बधाई देता हूॅ।
श्री संतोष पिल्ले एवं श्रीमती संगीता गजभिये ने भी अपने उद्बोधन में रामायण प्रतियोगिता आयोजित करने बधाई देते हुये कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के सोच के अनुरूप महापौर, आयुक्त एवं निगम परिवार भव्य रूप में प्रतियोगिता आयोजित कर रही है, इसके लिये निगम परिवार को बधाई। साथ ही सभी प्रतिभागी मण्डलियों को बधाई और अच्छी प्रस्तुति करने के लिये शुभकामनाए देते है। उन्होंने कहा कि इस धार्मिक आयोजन से जुड प्रभु श्री राम के जीवन चरित को आत्मसात करना है।
चयन समिति की सुश्री शोभा श्रीवास्तव ने रामायण के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि रामचरित मानस के सारे पात्र यह सिद्ध करते है कि सफल जीवन में मनुष्य ने कितना जीवन जिया, यह महत्व नहीं है बल्कि कैसे जीवन जीया यह महत्व रखता है। उन्होंने रामायण प्रतियोगिता के नियम के बारे में प्रतिभागी मण्डलियों को जानकारी देते हुये सभी मण्डलियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शासन के मंशानुरूप महापौर एवं निगम परिवार अच्छा प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है, इसके लिये उन्हें साधुवाद।
आज के नगरीय निकाय स्तरीय प्रतियोगिता में वार्ड स्तर से चयनित तीन मण्डली क्रमशः लखोली वार्ड नं. 31 की मण्डली संत मिलन मानस परिवार, रेवाडीह वार्ड नं. 22 की मण्डली संतसंग के गंगा मानस परिवार एवं हल्दी वार्ड नं. 51 की मण्डली आदर्श श्रीराम चरित मानस परिवार अपनी प्रस्तुति दिये, इनमें से चयनित मण्डली जनपद पचायत स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रस्तुति देगे। प्रतियोगिता के चयन समिति के सदस्यों श्री संतोष पिल्ले, डॉ. सुश्री शोभा श्रीवास्तव, श्री राजेश स्वर्णकार एवं श्री गोपी पटेल का प्रतियोगिता के सफल संचालन में सहयोग प्रदान करने पर साल श्रीफल व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार प्रतिभगी मण्डलियों को रामायण एवं नगद राशि से सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन महापौर परिषद के सचिव श्री संजीव कुमार मिश्रा ने किया। रामायण प्रतियोगिता में मानस प्रेमी उपस्थित थे।



